📍नई दिल्ली | 5 months ago
Guided Pinaka Weapon System: भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने गाइडेड पिनाका वेपन सिस्टम के फ्लाइट टेस्ट को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह परीक्षण प्रोविजनल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (PSQR) वैलिडेशन ट्रायल्स का हिस्सा था। इन परीक्षणों को तीन चरणों में अलग-अलग फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया।
परीक्षण के दौरान पिनाका वेपन सिस्टम के PSQR मानकों, जैसे दूरी, सटीकता, स्थिरता और कई लक्ष्यों पर एक साथ हमले की दर को परखा गया। विभिन्न फील्ड रेंज में 12 रॉकेट्स का सफल परीक्षण किया गया, जो दो इन-सर्विस पिनाका लॉन्चर्स पर लॉन्च किए गए थे। इन लॉन्चर्स को लॉन्चर उत्पादन एजेंसियों द्वारा उन्नत किया गया है।
पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम का यह संस्करण पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है, जिसे आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट ने रिसर्च सेंटर इमारत, डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैबोरेटरी, हाई एनर्जी मटेरियल्स रिसर्च लैबोरेटरी और प्रूफ एंड एक्सपेरिमेंटल एस्टेब्लिशमेंट के साथ मिलकर विकसित किया है। इसके लिए गोला-बारूद का उत्पादन म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड और इकॉनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है, जबकि टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और लार्सन एंड टुब्रो पिनाका लॉन्चर और बैटरी कमांड पोस्ट का निर्माण कर रही हैं।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और भारतीय सेना को इस सफलता पर बधाई दी और कहा कि गाइडेड पिनाका वेपन सिस्टम का सेना में शामिल होना भारतीय सशस्त्र बलों की तोपखाने की मारक क्षमता को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने भी इस सफलता पर टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह रॉकेट सिस्टम सेना में शामिल होने से पहले सभी जरूरी फ्लाइट परीक्षणों को पूरा कर चुका है।
इस सफल परीक्षण ने न केवल भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को एक नया आयाम दिया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि देश में रक्षा प्रणाली का विकास अब आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है।