📍नई दिल्ली | 7 Feb, 2025, 6:28 PM
TROPEX-25: भारतीय नौसेना की महत्वपूर्ण थिएटर लेवल ऑपरेशनल एक्सरसाइज (TROPEX-25) इस समय हिंद महासागर क्षेत्र में पूरे जोश के साथ चल रही है। यह एक्सरसाइज हर दो साल में आयोजित की जाती है और इसमें भारतीय नौसेना अपनी सभी एक्टिव यूनिट्स के साथ-साथ थल सेना, वायुसेना और तटरक्षक बल के रिसोर्सेज भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।
TROPEX-25 का उद्देश्य भारतीय नौसेना के युद्ध कौशल युद्ध क्षमता को परखना और सुनिश्चित करना है कि किसी भी पारंपरिक, विषम या हाइब्रिड खतरे के खिलाफ देश की समुद्री सुरक्षा के हितों की रक्षा के लिए एक कोऑर्डिनेटेड एंड इंटीग्रेटेड रिस्पांस दिया जा सके।
TROPEX 2025: भारतीय नौसेना की ताकत के आसपास भी नहीं फटकते पाकिस्तान और बांग्लादेश, AMAN-25 के जरिए चीन को बढ़ावा दे रहा है पाक
जनवरी से मार्च 2025 तक तीन महीनों में विभिन्न चरणों में ट्रॉपेक्स-25 को आयोजित किया जा रहा है। यह अभ्यास बंदरगाह पर और समुद्र में दोनों स्थानों पर किया जा रहा है, जिसमें वारफेयर मिशन, साइबर और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर ऑपरेशंस, लाइव वेपन फायरिंग, और एंफीबियस एक्सरसाइज (AMPHEX) भी शामिल हैं। इस दौरान नौसेना के लगभग 65 जहाज, 9 पनडुब्बियां और 80 से अधिक विभिन्न प्रकार के एयरक्राफ्ट हिस्सा ले रहे हैं।
इसमें देश में निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत, स्टेट ऑफ आर्ट विशाखापट्टनम और कोलकाता क्लास डिस्ट्रॉयर्स, कलवरी क्लास पनडुब्बियां और MiG 29K, P8I, HALE सी गार्जियन और MH-60R हेलीकॉप्टर जैसे विमान शामिल हैं।
इस अभ्यास में भारतीय सेना, वायुसेना और तटरक्षक बल को भी शामिल किया गया है। इसमें सुखोई-30, जगुआर, C-130, फ्लाइट रिफ्यूलर, AWACS विमान, एक इन्फेंट्री ब्रिगेड के 600 से अधिक सैनिक और 10 से अधिक तटरक्षक जहाज और विमान भाग ले रहे हैं। इसका उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच तालमेल और जॉइंट ऑपरेशंस कैपेबिलिटी को बढ़ावा देना है।
समय के साथ ट्रॉपेक्स-25 का भी विस्तार हुआ है। यह एक्सरसाइज कोऑर्डिनेटेड प्लानिंग, एक्यूरेट टार्गेटिंग, कॉम्बैट इफेक्टिवनेस और क्रेडिबल जॉइंट ऑपरेशंस में एक बड़ा कदम है, जो भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने की दिशा में उठाया जा रहा है। भारतीय नौसेना की इस पहल से न केवल देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होती है, बल्कि ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत की बढ़ती ताकत को भी बताती है।