📍नई दिल्ली | 14 Dec, 2024, 3:09 PM
Indian Navy: भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी 15 से 18 दिसंबर 2024 तक इंडोनेशिया के आधिकारिक दौरे पर हैं। इस दौरे का उद्देश्य भारत और इंडोनेशिया के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और मजबूत करना है। यह दौरा दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत समुद्री सहयोग को केंद्र में रखकर आयोजित किया जा रहा है।
Indian Navy: उच्च स्तरीय वार्ताओं का कार्यक्रम
इस दौरे के दौरान एडमिरल त्रिपाठी इंडोनेशिया के शीर्ष सरकारी और रक्षा अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। इनमें इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल स्याफरी स्यामसुद्दीन (सेवानिवृत्त), इंडोनेशियाई सशस्त्र बलों के कमांडर जनरल अगुस सुबियंतो और इंडोनेशियाई नौसेना के चीफ ऑफ स्टाफ एडमिरल मुहम्मद अली शामिल हैं। इन वार्ताओं में समुद्री सुरक्षा, संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों और दोनों नौसेनाओं के बीच परिचालन सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।
भारत-इंडोनेशिया समुद्री सहयोग
भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत समुद्री संबंध दोनों देशों के साझा दृष्टिकोण को दर्शाते हैं। यह सहयोग हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। वर्तमान में दोनों देशों के बीच 43वां समन्वित समुद्री गश्ती (कॉरपेट) 10 से 18 दिसंबर तक अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पर चल रहा है। यह गश्ती अभियान दोनों नौसेनाओं के बीच सहयोग और विश्वास को और गहरा करता है।
साझा प्रयासों का विस्तार
दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच पहले से ही कई क्षेत्रों में सहयोग हो रहा है। इनमें संयुक्त अभ्यास, बंदरगाहों की यात्रा और प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं। ये सभी गतिविधियां क्षमता निर्माण और परिचालन दक्षता बढ़ाने में मदद करती हैं। एडमिरल त्रिपाठी के इंडोनेशिया दौरे से इन प्रयासों को और बल मिलने की उम्मीद है।
हिंद-प्रशांत में भारत की रणनीतिक भागीदारी
भारत और इंडोनेशिया के बीच गहराते समुद्री संबंध हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की रणनीतिक भागीदारी को भी मजबूत करते हैं। यह साझेदारी न केवल समुद्री सुरक्षा बल्कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। दोनों देशों का यह सहयोग क्षेत्र में बाहरी हस्तक्षेप को कम करने और स्थायी विकास को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो रहा है।
एडमिरल त्रिपाठी के नेतृत्व में भारतीय नौसेना ने समुद्री क्षेत्र में अपनी क्षमता और पहुंच को काफी हद तक बढ़ाया है। उनका यह दौरा भारत और इंडोनेशिया के बीच आपसी विश्वास और मित्रता को और गहरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस दौरे में समुद्री सुरक्षा से संबंधित कई नई पहलों पर चर्चा होने की संभावना है। इनमें नौसैनिक अभ्यासों को और उन्नत करना, संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ावा देना और समुद्री सूचना साझेदारी को मजबूत करना शामिल है। ये पहल दोनों देशों की नौसेनाओं को नई चुनौतियों से निपटने के लिए और अधिक सक्षम बनाएंगी।