📍नई दिल्ली | 10 Feb, 2025, 5:35 PM
38TH National Games: उत्तराखंड में आयोजित 38वें नेशनल गेम्स में भारतीय सेना की टीम ने एक बार फिर अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवाया है। सेना के लिए खेलों में हिस्सा लेने वाले इन खिलाड़ियों को पुणे स्थित आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग दी गई थी। उनकी शानदार परफॉर्मेंस ने खेलों के मैदान पर सेना का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।
डाइविंग कंपटीशन में भारतीय सेना की टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए कुल सात पदक अपने नाम किए। इनमें तीन स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक शामिल हैं। डाइविंग में उनके तकनीकी कौशल और कॉन्टिनुइटी ने दर्शकों और निर्णायकों को काफी प्रभावित किया।
वहीं, वेट लिफ्टिंग में भी सेना के खिलाड़ियों ने अपनी ताकत और दृढ़ संकल्प का शानदार प्रदर्शन किया। टीम ने कुल नौ पदक जीते, जिनमें दो स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं। यह खेल शारीरिक ताकत की परीक्षा होता है, और सेना के खिलाड़ियों ने दिखा दिया कि वे इस चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार थे। उनके जज्बे और मेहनत की झलक हर मुकाबले में साफ दिखाई दी।
वहीं, भारतीय सेना की तीरंदाजी टीम ने भी एक्यूरेसी एंड कंसंट्रेशन का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कुल चार पदक जीते, जिनमें एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं। तीरंदाजी जैसे खेल में मेन्टल स्टेबिलिटी और फोकस जरूरी होता है, और सेना के निशानेबाजों ने दिखा दिया कि वे इस कला में भी माहिर हैं।
इसके अलावा मुक्केबाजी यानी बॉक्सिंग के मुकाबलों में भारतीय सेना की टीम ने चार स्वर्ण पदकों के साथ कुल छह पदक हासिल किए। इस प्रदर्शन ने उन्हें नेशनल गेम्स की सबसे दमदार टीमों में से एक बना दिया है।
खेलों के अभी और मुकाबले बाकी हैं, और सेना अपनी टीम से उम्मीद की जा रही है कि वे अन्य खेलों में भी शानदार प्रदर्शन कर और पदक जीतकर अपने विजयी पताका लहराना जारी रखेंगे। सेना के खिलाड़ियों की यह उपलब्धियां न केवल उनकी मेहनत और प्रतिभा का सबूत हैं, बल्कि यह आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट में दी जाने वाली मुश्किल और अनुशासित ट्रेनिंग की भी मिसाल हैं।