📍नई दिल्ली | 4 months ago
Surya Kiran 2024: भारत और नेपाल की सेनाएं 29 दिसंबर से 13 जनवरी 2024 तक नेपाल के सालझंडी में ‘सूर्य किरण’ सैन्य अभ्यास के 18वें संस्करण का आयोजन करेंगी। इस संयुक्त सैन्य अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच जंगल वारफेयर, आतंकवाद विरोधी अभियानों और आपदा राहत जैसे कार्यों में सामंजस्य बनाना है।

भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर इस अभ्यास के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत आपसी सहयोग को बढ़ावा देना और आपदा राहत कार्यों में साझेदारी स्थापित करना है।”
Surya Kiran 2024: सैन्य सहयोग का प्रतीक
‘सूर्य किरण 2024’ भारत और नेपाल के बीच मित्रता, विश्वास और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है। यह अभ्यास दोनों देशों की सेनाओं को एक साथ काम करने और एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का अवसर प्रदान करता है। भारतीय सेना ने अपने संदेश में लिखा, “हम साथ प्रशिक्षण लेते हैं, हम साथ उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं।”
Exercise # SuryaKiran 2024
The 18th edition of Exercise #SuryaKiran, a joint military exercise between #India and #Nepal, is scheduled to be held at Saljhandi, Nepal from 29 December 2024 to 13 January 2025.
The aim of the exercise is to enhance interoperability in jungle… pic.twitter.com/dwJmiWmY9Y
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) December 26, 2024
Surya Kiran 2024: पिछले संस्करण की सफलता
इससे पहले ‘सूर्य किरण’ का 17वां संस्करण नवंबर-दिसंबर 2023 में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आयोजित किया गया था। उस दौरान नेपाली सेना के 334 जवानों ने भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट के साथ मिलकर अभ्यास किया था। इस बार भी दोनों सेनाओं के बीच टैक्टिकल प्रोसेस का आदान-प्रदान और अनुभव साझा करने पर जोर दिया जाएगा।
दोनों देशों के बीच गहरे सैन्य संबंध
भारत और नेपाल के बीच सैन्य संबंधों का इतिहास लंबा और गौरवशाली रहा है। 1950 से दोनों देशों ने एक-दूसरे के सेना प्रमुखों को मानद जनरल की उपाधि देने की परंपरा कायम रखी है।
General Upendra Dwivedi Nepal Visit: नेपाली सेना के ऑनरेरी जनरल बने भारतीय सेना प्रमुख, राष्ट्रपति रामचंद्र पाउडेल ने किया सम्मानित
नवंबर 2024 में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अपनी पांच दिवसीय नेपाल यात्रा के दौरान नेपाली सेना के मानद जनरल की उपाधि प्राप्त की। उन्हें यह सम्मान नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने काठमांडू स्थित राष्ट्रपति भवन में प्रदान किया। इसी क्रम में, 12 दिसंबर 2024 को नेपाली सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय सेना के मानद जनरल की उपाधि से सम्मानित किया।

गोरखा सैनिकों की भर्ती में रुकावट
हालांकि, दोनों देशों के सैन्य संबंधों में ‘अग्निपथ योजना’ के कारण तनाव भी देखने को मिला है। 2020 में इस योजना के लागू होने के बाद से नेपाल ने भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों की भर्ती पर रोक लगा दी है।
2019 से अब तक कोई भी नेपाली गोरखा भारतीय सेना में भर्ती नहीं हुआ है। इससे सक्रिय सेवा में गोरखा सैनिकों की संख्या घटती जा रही है। गोरखा रेजिमेंट को बहादुरी और साहस का प्रतीक माना जाता है, और इसके सैनिकों ने विश्वभर में अपनी वीरता का लोहा मनवाया है।
सैन्य अभ्यास का महत्व
‘सूर्य किरण’ जैसे अभ्यास भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय सैन्य संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ दोनों सेनाओं को साझा चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करते हैं। यह अभ्यास न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करता है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं और आतंकवादी खतरों से निपटने में भी मदद करता है।
‘सूर्य किरण’ जैसे अभ्यास दोनों देशों की सेनाओं के बीच गहरे रिश्ते और परस्पर समझ विकसित होगी। यह सहयोग आने वाले समय में दोनों देशों की सेनाओं को क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में और सक्षम बनाएगा।