📍नई दिल्ली | 5 months ago
Indian Army: Vision-Impaired Officer Lt Col C Dwarakesh Wins Gold Medal in 10m Air Rifle VIP Category, Sets National Record.
पुणे के बालेवाड़ी स्टेडियम में आयोजित 5वीं पैरा नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता में भारतीय सेना के इंटेलिजेंस कोर के लेफ्टिनेंट कर्नल सी द्वारकेश ने 14 नवंबर 2024 को स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल वीआईपी श्रेणी में पहला स्थान हासिल करते हुए नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। अपने इस उत्कृष्ट प्रदर्शन में उन्होंने 610 अंक हासिल कर वहां बैठे सभी दर्शकों को प्रभावित कर दिया।
लेफ्टिनेंट कर्नल द्वारकेश, दिव्यांग हैं और दृष्टिहीन हैं। वे इस समय आर्मी मार्क्समैनशिप यूनिट, महू में तैनात हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल खेलों में उनकी उत्कृष्टता को दर्शाती है, बल्कि यह साबित करती है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ इच्छाशक्ति से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।
साहस और उत्कृष्टता की मिसाल
लेफ्टिनेंट कर्नल द्वारकेश ने प्रतियोगिता में अपने पहले स्थान को लगातार दूसरी बार बरकरार रखते हुए यह साबित किया कि वे असाधारण प्रतिभा के धनी हैं। उनकी उपलब्धि न केवल भारतीय सेना के लिए गर्व का विषय है, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा है जो जीवन में किसी भी चुनौती का सामना कर रहे हैं।
भारतीय सेना और खेलों में योगदान
द्वारकेश भारतीय सेना के उन सैनिकों में से एक हैं, जिन्होंने खेल के क्षेत्र में भी अपनी छाप छोड़ी है। उनकी उपलब्धियां न केवल सेना की प्रतिष्ठा को बढ़ाती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि सेना अपने जवानों को हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनने का अवसर देती है।
संदेश और प्रेरणा
लेफ्टिनेंट कर्नल सी द्वारकेश की इस उपलब्धि पर सेना और देशवासियों ने उन्हें बधाई दी है। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि शारीरिक चुनौतियां किसी की क्षमता को परिभाषित नहीं कर सकतीं। उनकी मेहनत और लगन हर युवा के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
लेफ्टिनेंट कर्नल द्वारकेश ने अपने शब्दों में कहा, “यह पदक मेरे लिए सिर्फ एक पुरस्कार नहीं, बल्कि मेरी कड़ी मेहनत और सेना के समर्थन का परिणाम है। मैं इसे अपने देश और उन सभी के लिए समर्पित करता हूं जो चुनौतियों के बावजूद सपने देखते हैं।”
देश के लिए गर्व का क्षण
उनकी यह उपलब्धि भारत में खेल और विशेष रूप से पैरा-खेलों को और भी मजबूती प्रदान करेगी। लेफ्टिनेंट कर्नल सी द्वारकेश का यह सफर यह साबित करता है कि अगर हौसला और संकल्प हो, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।
भारतीय सेना और खेल प्रेमी उनके इस गौरवशाली प्रदर्शन पर गर्व महसूस कर रहे हैं। यह क्षण पूरे देश के लिए गर्व का है और हमें उम्मीद है कि उनके जैसे योद्धा भविष्य में भी देश का नाम रोशन करते रहेंगे।
लेफ्टिनेंट कर्नल सी द्वारकेश के बारे में
लेफ्टिनेंट कर्नल द्वारकेश, भारतीय सेना के एकमात्र नेत्रहीन एक्टिव-ड्यूटी अफसर, ने हाल ही में 23वीं नेशनल पैरा स्विमिंग चैंपियनशिप में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीता था। उनका कहना है, “हौसला हर चुनौती पर जीत पा सकता है।”
यह प्रतियोगिता 29 से 31 मार्च 2024 के बीच मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित की गई थी। लेफ्टिनेंट कर्नल द्वारकेश ने 50 मीटर स्विमिंग (51 सेकंड) में गोल्ड और 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक (1 मिनट 50 सेकंड) में सिल्वर मेडल हासिल किया था। वह बताते हैं, “आंखें खोने के बाद खेलों ने मुझे नई रोशनी दी है। कई महीनों की मेहनत के बाद यह सफलता मिली है।”
द्वारकेश की आंखों की रोशनी 2016 में एक सड़क दुर्घटना के बाद चली गई थी। उस हादसे ने उनकी जिंदगी बदल दी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। लेफ्टिनेंट कर्नल द्वारकेश ने 2021 में सियाचीन ग्लेशियर की चढ़ाई भी पूरी की और उसके बाद खेलों में अपना करियर बनाने का फैसला किया। नवंबर 2023 में, द्वारकेश ने शूटिंग में भी नेशनल मेडल जीते और अब वह लगातार शूटिंग की प्रैक्टिस करते हैं।