Exercise TOPCHI: देवलाली में गूंजी K-9 वज्र सेल्फ-प्रोपेल्ड गन, ‘एक्सरसाइज तोपची’ में भारतीय सेना ने दिखाया दम

By News Desk

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📍नई दिल्ली | 21 Jan, 2025, 9:40 PM

Exercise TOPCHI: भारतीय सेना की तोपखाना रेजिमेंट की तरफ से सालाना फायरपावर ट्रेनिंग एक्सरसाइज ‘एक्सरसाइज तोपची’ (Exercise TOPCHI) का आयोजन 21 जनवरी 2025 को देवलाली फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया। यह अभ्यास स्कूल ऑफ आर्टिलरी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल नवनीत सिंह सरना के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस आयोजन ने भारतीय सेना की आधुनिक और स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का भव्य प्रदर्शन किया।

Exercise TOPCHI: Indian Army Showcases K-9 Vajra's Power at Devlali

स्कूल ऑफ आर्टिलरी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल नवनीत सिंह सरना ने बताया, ‘एक्सरसाइज टॉपची’ भारतीय सेना के तोपखाना रेजिमेंट की क्षमता, तोप प्रणाली और हमारे जवानों के उत्कृष्ट प्रशिक्षण मानकों को प्रदर्शित करती है। यह अभ्यास तोपखाना स्कूल में प्रशिक्षण लेने वाले सभी जवानों और अधिकारियों के प्रशिक्षण स्तर को दर्शाता है।

Lieutenant General Navneet Singh Sarna

उन्होंने बताया, इस अभ्यास में हमारे ज्यादातर उपकरण स्वदेशी हैं, जो आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण पर केंद्रित हैं। हमारा लक्ष्य है कि देश में निर्मित गोला-बारूद सहित सभी उपकरण स्वदेशी हों। ‘एक्सरसाइज टॉपची’ में हमारे पास मौजूद तोपखाना प्रणालियों, उनकी मारक क्षमता और स्कूल ऑफ आर्टिलरी के उच्च प्रशिक्षण मानकों का प्रदर्शन किया गया। यह अभ्यास भारतीय सेना की आधुनिक युद्ध तकनीकों और आत्मनिर्भरता की दिशा में उसकी प्रतिबद्धता को बखूबी रेखांकित करता है।

इस कार्यक्रम में रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (वेलिंगटन), रक्षा सेवा तकनीकी स्टाफ पाठ्यक्रम (पुणे), नेपाल सेना स्टाफ कोर्स के छात्र अधिकारियों, विभिन्न प्रशिक्षण अकादमियों के कैडेट्स, भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी, और सिविल प्रशासन के सदस्य उपस्थित थे।

आधुनिक हथियारों और तकनीकों का प्रदर्शन

अभ्यास के मुख्य आकर्षण में भारतीय सेना की उन्नत तोपखाना प्रणालियों और निगरानी क्षमताओं का लाइव प्रदर्शन शामिल था। इसमें निम्नलिखित आधुनिक हथियारों और तकनीकों का प्रदर्शन किया गया:

  • K-9 वज्र सेल्फ-प्रोपेल्ड गन सिस्टम
  • 155mm M777 अल्ट्रा-लाइट होवित्जर
  • 155mm धनुष तोप
  • 155mm FH 77B02 (बोफोर्स)

साथ ही, पिनाका और स्मर्च रॉकेट सिस्टम, स्वार्म ड्रोन, लोइटरिंग म्यूनिशन, और उन्नत ड्रोन क्षमताओं जैसे अत्याधुनिक तकनीकों का भी प्रदर्शन किया गया।

यह अभ्यास आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्वदेशी रक्षा तकनीकों को बढ़ावा देने के प्रति भारतीय सेना की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। भारतीय सेना की यह पहल न केवल देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करती है, बल्कि स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने की दिशा में भी एक कदम है।

एक्सरसाइज तोपची ने न केवल तोपखाना रेजिमेंट की पेशेवर क्षमता को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि सेना किसी भी परिचालन चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस अभ्यास ने सेना की एकीकृत निगरानी और फायरपावर क्षमताओं को भी प्रदर्शित किया, जो भारत की बढ़ती रक्षा ताकत को दर्शाता है।

इस आयोजन ने सेना की आधुनिक युद्ध तकनीकों के उपयोग में दक्षता और स्वदेशी रक्षा प्रणाली के महत्व को रेखांकित किया। इसे देखकर यह स्पष्ट होता है कि भारतीय सेना भविष्य की किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

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