📍नई दिल्ली | 14 Nov, 2024, 9:55 PM
Exercise AUSTRAHIND: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मजबूत होते रिश्तों का नया अध्याय इन दिनों पुणे के औंध में लिखा जा रहा है। औंध में दोनों देशों की सेनाओं के बीच ऑस्ट्राहिंड 2024 संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है, जहां दोनों सेनाएं एक-दूसरे के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। 8 नवंबर को शुरू हुए इस अभ्यास का उद्देश्य सिर्फ युद्ध कौशल सिखाना नहीं, बल्कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच दोस्ती और समझ का पुल बनाना है।
इस अभ्यास का पहला चरण बहुत खास रहा है। भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों ने मिलकर शारीरिक फिटनेस, मार्शल आर्ट्स, और विशेष हथियारों का उपयोग सीखा है। इन सबके साथ, दुश्मन के ठिकाने पर हमला करना, घायल साथियों को तत्काल सहायता पहुंचाना जैसी चुनौतीपूर्ण स्थितियों में एक-दूसरे के साथ खड़े रहना भी सिखाया गया है। ये प्रशिक्षण न केवल युद्ध के मैदान में बल्कि मुश्किल हालात में भी दोनों सेनाओं के बीच भरोसा बढ़ा रहे हैं।
अभ्यास के बीच, भारतीय संस्कृति से परिचय के लिए दोनों देशों के सैनिकों को पुणे के ऐतिहासिक सिंहगढ़ किले की सैर कराई गई। सिंहगढ़ की ऊंचाई पर जाकर उन्होंने हमारे इतिहास को समझा और वो गौरव महसूस किया, जो इस किले की दीवारों में दर्ज है। इसके बाद, 12 नवंबर को ऑस्ट्रेलियाई दल ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय सेना के अनुशासन और कड़ी मेहनत की झलक देखी। यह अनुभव उनके लिए अनमोल था, जिससे भारतीय सेनाओं के प्रति उनके मन में आदर और बढ़ा।
अगले चरण में, दोनों सेनाओं के सैनिक संयुक्त युद्ध अभ्यास और रणनीतियों पर काम करेंगे। इसका समापन 19-20 नवंबर को 48 घंटे के फाइनल परीक्षण के साथ होगा। इस दौरान वे अपनी सीखी हुई सभी तकनीकों को मिलकर आजमाएंगे।
इस अभ्यास का नाम भले ही ऑस्ट्राहिंड हो, लेकिन इसका मतलब है भरोसे की डोर और दोस्ती का नया अध्याय। ऑस्ट्राहिंड 2024 सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के रिश्तों की नई ऊंचाइयों की ओर एक कदम है, जो दोनों देशों को एक दूसरे के और करीब लाएगा।