📍नई दिल्ली | 30 Dec, 2024, 9:50 PM
Republic Day chief guest: गणतंत्र दिवस 2025 के मुख्य अतिथि को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। अभी तक 26 जनवरी के मुख्य अतिथि का नाम का एलान नहीं हुआ है। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर पिछले कुछ दिनों से अमेरिका के दौरे पर थे, जहां अमेरिका के नए राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि बनाने की चर्चाएं थीं। लेकिन अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस बार कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री, शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी को भारत में इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है। हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

Republic Day chief guest: कतर और भारत के रिश्तों में मजबूती
अमेरिका दौरे से लौटने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर इस साल चौथी बार कतर की यात्रा कर रहे हैं, जिससे इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कतर के प्रधानमंत्री गणतंत्र दिवस 2025 के मुख्य अतिथि बन सकते हैं। इससे पहले डॉनल्ड ट्रंप के नाम का कयास लगायाा जा रहा था। जहां वे 19-20 जनवरी को अमेरिका की राट्रपति की शपथ लेंगे। डॉ. जयशंकर ने इससे पहले जुलाई में दोहा फोरम में हिस्सा लिया था और इस साल फरवरी और जून में भी कतर की यात्रा की थी। यह यात्रा भारत और कतर के बीच मजबूत रिश्तों का प्रमाण है।
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कतर भारत का महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है। 2023-24 में भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय व्यापार 14.08 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। कतर भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए भी एक महत्वपूर्ण साझेदार है। इसके अलावा, 2025 में भारत में एक डॉइंट वर्किंग ग्रुप (JWG) की बैठक भी निर्धारित है, इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।
Republic Day chief guest: भारतीय नौसेना के आठ अधिकारियों की रिहाई
इस साल की शुरुआत में भारत ने एक बड़ी कूटनीतिक सफलता हासिल की थी, जब कतर ने आठ भारतीय नौसेना अधिकारियों की मृत्युदंड की सजा को पलट दिया। इनमें से सात अधिकारी फरवरी 2024 में भारत लौट आए। यह घटना भारत-कतर के संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को और गहरा किया।
Republic Day chief guest: जयशंकर की आगामी यात्रा के उद्देश्य
अपनी आगामी यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जासिम अल थानी से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, “इस यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं जैसे राजनीतिक, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, सुरक्षा, सांस्कृतिक और जनता के बीच संपर्क पर चर्चा करना है। साथ ही, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बातचीत होगी।”
कतर के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनने की संभावनाएं
कतर के प्रधानमंत्री का गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि बनने की संभावना इसलिए भी खास है क्योंकि यह दोनों देशों के बीच बढ़ते कूटनीतिक और व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत करेगा। भारत के लिए कतर न केवल ऊर्जा आपूर्ति के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह खाड़ी देशों में भारतीय समुदाय के लिए भी एक प्रमुख केंद्र है।
गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि का महत्व
भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि का चयन हमेशा एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक निर्णय होता है। यह न केवल भारत के संबंधों को मजबूती देता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण को भी प्रदर्शित करता है। कतर के प्रधानमंत्री को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करना इस दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है।