📍नई दिल्ली | 23 Jan, 2025, 4:42 PM
DRDO ‘Raksha Kavach’: गणतंत्र दिवस 2025 के मौके पर कर्तव्य पथ पर देश की ताकत और तकनीकी आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) अपनी उन्नत रक्षा तकनीकों और प्रणालियों का प्रदर्शन करेगा। DRDO ने इस साल अपने झांकी विषय “रक्षा कवच” के जरिए भारत की रक्षा क्षमताओं और स्वदेशी प्रौद्योगिकी पर जोर दिया है।
DRDO की झांकी में कई एडवांस सिस्टम को शामिल किया गया है। इनमें सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम, 155 मिमी/52 कैलिबर एडवांस्ड टोएड आर्टिलरी गन सिस्टम, ड्रोन डिटेक्ट, डिटर और डिस्ट्रॉय तकनीक, सैटेलाइट-आधारित निगरानी प्रणाली, मीडियम पावर रडार “अरुध्र”, और लेजर-आधारित डाइरेक्ट एनर्जी वेपन शामिल हैं।
प्रलय वेपन सिस्टम: स्वदेशी मिसाइल की शक्ति
इसके अलावा, झांकी में पहली बार “प्रलय” वेपन सिस्टम भी दिखाया जाएगा, जो सतह से सतह पर मार करने वाली सामरिक मिसाइल प्रणाली है। यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीकों के साथ विकसित की गई है और भारत की सामरिक क्षमताओं को नई मजबूती देती है।
INS Arihant K-4 SLBM: क्या भारत ने गुपचुप किया है INS अरिहंत से K-4 मिसाइल का टेस्ट? DRDO और रक्षा मंत्रालय ने क्यों नहीं किया सार्वजनिक एलान?
साथ ही, DRDO की झांकी में 2024 की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों को भी दर्शाया जाएगा। इनमें लंबी दूरी की हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल, हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट “अभेद”, “दिव्यास्त्र” – मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल, और “ज़ोरावर” लाइट टैंक शामिल हैं। इन उपलब्धियों ने भारत की रक्षा क्षमताओं को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दी है।
इसके अतिरिक्त, गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय सशस्त्र बलों के मार्चिंग टुकड़ियों में भी DRDO द्वारा विकसित नाग मिसाइल प्रणाली, पिनाका रॉकेट सिस्टम, ब्रह्मोस मिसाइल, शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम और आकाश वेपन सिस्टम का प्रदर्शन किया जाएगा।
समारोह की अन्य मुख्य झलकियां
- परेड का शुभारंभ राष्ट्रीय गान और गुब्बारों के साथ होगा, जिन पर भारतीय संविधान के 75वें वर्ष का प्रतीक चिन्ह होगा।
- आयोजन का समापन 47 विमानों के भव्य फ्लाईपास्ट के साथ होगा।
- परेड में सेना, नौसेना और वायुसेना की टुकड़ियां अपने अद्वितीय कौशल और शक्ति का प्रदर्शन करेंगी।
इस साल गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन “स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास” विषय पर केंद्रित होगा। इस परेड में देश के विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय मंत्रालयों की 31 झांकियां शामिल होंगी। राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक परेड में भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियां और उनके साथ इंडोनेशिया की 160 सदस्यीय मार्चिंग टुकड़ी और 190 सदस्यीय बैंड टुकड़ी भी शामिल होगी।
इस वर्ष की परेड में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि होंगे। यह परेड भारत की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य ताकत का संगम होगी। परेड के समापन पर 47 विमानों का भव्य फ्लाईपास्ट होगा, जो गणतंत्र दिवस के उत्सव को और अधिक रोमांचक बनाएगा।