Book On Brigadier LS Lidder: सेना प्रमुख बोले- आज भी दिलों में जिंदा हैं ब्रिगेडियर लिड्डर की यादें, जनरल से लेकर हवलदार तक सबके थे प्रिय

By News Desk

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📍नई दिल्ली | 8 Feb, 2025, 10:04 PM

Brigadier LS Lidder: तीन साल पहले तत्कालीन सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर क्रैश में गए ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर (टोनी) को याद करते हुए भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि वे न केवल अपने परिवार के लिए समर्पित थे, बल्कि वे ऐसे अधिकारी थे जो जनरलों से लेकर हवलदारों तक के साथ सहजता से घुलमिल जाते थे।

I Am a Soldier's Wife' Launched: Army Chief Says Brigadier LS Lidder Memories Still Alive

ब्रिगेडियर लिड्डर की पत्नी गीति‍का लिड्डर ने अपने पति के साथ बिताए संस्मरणों को “I Am a Soldier’s Wife: The Life and Love of Toni Lidder” में पिरोया है। इस किताब में गीति‍का लिड्डर ने अपने पति के जीवन, प्रेम और देश के प्रति सेवा भावना को बेहद संवेदनशीलता से लिखा है। जनरल द्विवेदी ने इस मौके पर कहा, “ब्रिगेडियर लिड्डर की प्रोफेशनल उपलब्धियों के अलावा, उनकी इंसानियत ने उन्हें सबसे अलग बनाया।”

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, “ब्रिगेडियर लिड्डर केवल एक सैनिक नहीं थे, वे एक ऐसे इंसान थे जिनकी इंसानियत, साहस और निष्ठा ने उन्हें सबसे अलग बना दिया।” उन्होंने आगे कहा कि लिड्डर का जीवन चार ‘सी’ के सिद्धांतों – चरित्र (Character), क्षमता (Competence), आचरण (Conduct), और प्रतिबद्धता (Commitment) – का प्रतीक था।

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Brigadier LS Lidder: लेफ्टिनेंट से लेकर ब्रिगेडियर तक का सफर

ब्रिगेडियर लिड्डर को ‘अपने साथी अफसरों में टोनी’ के नाम से मशहूर थे। सेना प्रमुख ने याद करते हुए कहा, “मैंने उन्हें लेफ्टिनेंट से लेकर ब्रिगेडियर बनते देखा है और यकीन से कह सकता हूं कि वे एक शानदार अधिकारी थे। उनका एटीट्यूड, अडाप्टेबिलिटी और कार्यकुशलता बेहतरीन थी। वे हमेशा भीड़ से अलग नजर आते थे।”

ब्रिगेडियर लिड्डर को उनके सैन्य करियर की शुरुआत दिसंबर 1990 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स (जेएकेआरएफ) से की थी और शुरुआत में ही उन्हें सेना मेडल से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में इंस्ट्रक्टर, टीचर, भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) के एडजुटेंट, रक्षा मंत्रालय के निदेशक, संयुक्त राष्ट्र मिशन में कमांडिंग ऑफिसर और कजाकिस्तान में डिफेंस अताशे प्रमुख रहे। अपने अंतिम समय में वे देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के रक्षा सहायक के तौर पर नियुक्त किए गए थे। यहां तक कि उनका मेजर जनरल रैंक के लिए प्रमोशन भी हो चुका था, और उन्हें एक डिविजन का प्रभार संभालना था।

हर विषय पर जबरदस्त पकड़ रखते थे Brigadier LS Lidder

ब्रिगेडियर लिड्डर को याद करते हुए जनरल द्विवेदी ने कहा, “वे एक ऐसे व्यक्ति थे, जो जनरलों, कर्नल, मेजर, कैप्टन, सुबेदार मेजर और हवलदार तक के साथ आसानी से घुलमिल जाते थे। उन्होंने आगे कहा कि ब्रिगेडियर लिड्डर के साथ वे स्ट्रेटेजिक एंड ज्योपॉलिटिकल मामलों पर खुलकर चर्चा कर सकते थे।” वे हर विषय पर जबरदस्त पकड़ रखते थे औऱ  उनकी सोच का दायरा इतना बड़ा था कि उसने मेरी भी सोच को आकार देने में मदद की।

उनकी पत्नी गीति‍का लिड्डर ने अपने संबोधन में बताया कि कैसे उन्होंने त्रासदी के बाद खुद को संभाला। उन्होंने कहा,  “मैंने तब भी कहा था, ‘मैं एक सैनिक की पत्नी हूं और मैं उन्हें मुस्कुराते हुए विदा करूंगी।’ यह किताब मेरे पति के प्रति मेरे प्रेम और सम्मान का प्रतीक है।” अपने पति के साथ बिताए पलों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि कैसे उन्होंने हर कठिनाई में अपने परिवार के साथ मजबूती से खड़े रहना सीखा। उन्होंने कहा, “टोनी न केवल एक अच्छे पति और पिता थे, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने हर रिश्ते को पूरी निष्ठा के साथ निभाया।”

इस कार्यक्रम में सेना के पूर्व प्रमुख जनरल दीपक कपूर और जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और शुभचिंतक शामिल हुए, जिन्होंने उस दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सभी 13 लोगों को भी श्रद्धांजलि दी।

ब्रिगेडियर लिड्डर, देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य सैन्य अधिकारियों के साथ 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हो गए थे।

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