📍नई दिल्ली | 5 months ago
Pinaka MBRL: भारतीय रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत एक बड़ी सफलता की ओर इशारा करते हुए, फ्रांसीसी सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि वे भारतीय पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की समीक्षा कर रहे हैं। फ्रांस के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, ब्रिगेडियर जनरल स्टीफन रिचू ने कहा, “हम पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का मूल्यांकन कर रहे हैं क्योंकि हमें ऐसे सिस्टम की जरूरत है। भारत उन अग्रणी देशों में से एक है जो ऐसे हथियारों का निर्माण कर रहे हैं।”
जनरल रिचू इस समय भारत दौरे पर हैं, जहां वे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस का संबंध केवल एक व्यापार साझेदारी से कहीं अधिक है। “यह केवल एक व्यापारिक साझेदारी नहीं है, बल्कि एक ऐसा सहयोग है जो दोनों देशों के साझा भविष्य का हिस्सा है,” उन्होंने कहा।
पिनाका MBRL सिस्टम, जिसे भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है, का उत्पादन सोलर इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा और ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड जैसी एजेंसियों द्वारा किया जा रहा है। यह रॉकेट लॉन्चर सिस्टम 75 किलोमीटर से अधिक की दूरी तक अपने लक्ष्यों पर सटीक हमला कर सकता है और इसके विभिन्न संस्करण भी मौजूद हैं। पिनाका की पहले ही आर्मेनिया जैसे देशों में निर्यात के रूप में सफलता मिल चुकी है, और अब अन्य कई देश भी इस प्रणाली में रुचि दिखा रहे हैं।
#WATCH | Delhi: On France evaluating Made-in-India Pinaka multi-barrel rocket launcher systems for its requirements, French Army’s Brigadier General Stephane Richou says, “We are sharing equipment. When I see the level of individual integration for the development of this… pic.twitter.com/zowhmYBUnh
— ANI (@ANI) November 9, 2024
इस साल की शुरुआत में, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान की एक उच्च-स्तरीय फ्रांसीसी यात्रा के दौरान, फ्रांसीसी अधिकारियों के साथ पिनाका प्रणाली पर भी चर्चा की गई थी।
भारत ने घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए निर्यात बाजारों में जोर दिया है और नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान 2014 से लेकर अब तक रक्षा निर्यात को तीन गुना बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है। फ्रांसीसी अधिकारी ने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच उच्च-स्तरीय तकनीकी साझेदारी है, जिसमें स्कॉर्पीन जैसी पनडुब्बियों का संयुक्त निर्माण भी शामिल है।
फ्रांसीसी ब्रिगेडियर जनरल ने कहा कि दोनों देशों ने शक्ति नामक सैन्य अभ्यास श्रृंखला को आयोजित किया है और एक-दूसरे के राष्ट्रीय दिवस समारोहों में भी भागीदारी की है। इस साझेदारी के प्रतीक के रूप में, अगले शक्ति युद्धाभ्यास के 25वें संस्करण में फ्रांस भारतीय सेना की एक मजबूत टुकड़ी को अपने देश में आमंत्रित करेगा।
भारत के रक्षा उपकरणों का दूसरा सबसे बड़ा आयातक फ्रांस है, जो अमेरिका के बाद आता है। कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का निर्यात फ्रांस को किया जा रहा है, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग और विश्वास को दर्शाता है।
भारत और फ्रांस के बीच यह बढ़ता सहयोग न केवल दोनों देशों की सुरक्षा के लिए बल्कि वैश्विक स्तर पर स्थिरता और शांति के लिए भी महत्वपूर्ण है। पिनाका सिस्टम का फ्रांस द्वारा मूल्यांकन, भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल की सफलता की दिशा में एक और कदम साबित हो सकता है।
क्या हैं पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (Pinaka MBRL) की खूबियां
- लंबी मारक क्षमता: पिनाका रॉकेट लॉन्चर 75 किलोमीटर तक की दूरी पर लक्ष्य को सटीकता से भेद सकता है। इसके विभिन्न संस्करणों के साथ, इसकी क्षमता को और भी बढ़ाया जा रहा है।
- तेज़ फायरिंग स्पीड: पिनाका प्रणाली में 12 रॉकेट के लांचर होते हैं जो केवल 44 सेकंड में एक साथ दाग सकते हैं। यह इसे युद्ध के मैदान में बेहद कारगर बनाता है, क्योंकि यह कम समय में अधिक लक्ष्य को नष्ट कर सकता है।
- सटीक निशाना: पिनाका में आधुनिक गाइडेंस और नेविगेशन प्रणाली लगी है, जिससे यह अपने लक्ष्य को बेहद सटीकता से हिट कर सकता है। यह प्रणाली युद्ध के दौरान किसी भी प्रकार के चुनौतीपूर्ण वातावरण में भी सही परिणाम देती है।
- मोबिलिटी और फ्लेक्सिबिलिटी: पिनाका एक स्वदेशी मोबाइल प्रणाली है जिसे तेज़ी से तैनात किया जा सकता है। इसकी मोबाइल यूनिट्स को आसानी से स्थानांतरित किया जा सकता है, जिससे इसे किसी भी ऑपरेशन के हिसाब से उपयोग किया जा सकता है।
- स्वदेशी निर्माण: पिनाका पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ पहल का हिस्सा है, जो भारत के रक्षा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देता है। इसे DRDO ने लार्सन एंड टुब्रो (L&T), टाटा और ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड जैसे भारतीय कंपनियों के सहयोग से विकसित किया है।
- किफायती और प्रभावी: पिनाका प्रणाली न केवल प्रभावी है, बल्कि इसके निर्माण और रखरखाव की लागत भी कम है। इसे भारत के पहाड़ी, रेगिस्तानी और अन्य कठिन क्षेत्रों में इस्तेमाल के लिए डिजाइन किया गया है।
- ऑपरेशनल वेरिएंट्स: पिनाका के कई ऑपरेशनल वेरिएंट्स उपलब्ध हैं, जिसमें Mk-I, Mk-II और Mk-III जैसे उन्नत संस्करण शामिल हैं। Mk-II और Mk-III में और अधिक मारक दूरी और उन्नत फीचर्स जोड़े गए हैं।
- सफल निर्यात: पिनाका का उपयोग न केवल भारतीय सेना कर रही है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हो रहा है। आर्मेनिया ने भी इसे ऑर्डर किया है, और अन्य कई देश इस प्रणाली में रुचि दिखा रहे हैं।