📍नई दिल्ली | 3 months ago
INS Tushil: भारतीय नौसेना का लेटेस्ट स्टील्थ फ्रिगेट INS तुशील 3 जनवरी 2025 को सेनेगल के डकार पोर्ट पर पहुंचा। यह दौरा भारत और सेनेगल के बीच पहले से मजबूत संबंधों को और मजबूती देगा और दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ाएगा। INS तुशील का नेतृत्व कैप्टन पीटर वर्गीस कर रहे हैं। सेनेगल की इस यात्रा के दौरान वे वहां के सैन्य और सरकारी अधिकारियों के साथ कई महत्वपूर्ण मुलाकातें करेंगे। इसके अलावा, जहाज पर भारत में निर्मित उन्नत हथियार, सेंसर और उपकरण प्रदर्शित किए जाएंगे।
भारतीय नौसेना की तरफ से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक INS Tushil की यह यात्रा सिर्फ सैन्य उद्देश्यों तक सीमित नहीं है। इसमें विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शामिल हैं। सेनेगल के नौसेना विशेषज्ञों और भारतीय नौसेना के विशेषज्ञों के बीच विचार-विमर्श और प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे। सेनेगल के योग उत्साहियों के लिए विशेष योग सत्र की योजना बनाई गई है। इसके अलावा भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए जहाज पर सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह दौरा भारत के ‘सागर’ (Security and Growth for All in the Region) विजन का एक प्रमुख हिस्सा है, जो भारत के समुद्री पड़ोसियों और वैश्विक भागीदारों के साथ समुद्री सहयोग को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को भी जताता है।
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डकार पोर्ट से रवाना होने के बाद, INS Tushil सेनेगल की नौसेना के साथ एक पैसेज एक्सरसाइज (PASSEX) और जॉइंट पेट्रोलिंग में भी हिस्सा लेगा। यह अभ्यास दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच समुद्री सुरक्षा और इंटरऑपरेबिलिटी को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस दौरे का उद्देश्य न केवल सेनेगल और भारत के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करना है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देना भी है। पश्चिम अफ्रीकी तट के जल क्षेत्र में INS तुशील की उपस्थिति इस बात को दर्शाती है कि भारत क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।
INS तुशील का यह दौरा दोनों नौसेनाओं को एक-दूसरे से सीखने और नई संभावनाओं को तलाशने का अवसर प्रदान करेगा। सेनेगल और भारत के बीच मजबूत रक्षा संबंध और बढ़ती दोस्ती इस यात्रा का प्रमुख आकर्षण है। यह दौरा न केवल दोनों देशों के लिए फायदेमंद है, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और स्थिरता को भी बढ़ावा देने में सहायक होगा।
क्या है INS Tushil और उसकी खूबियां
भारतीय नौसेना के गौरव में हाल ही में शामिल हुआ INS तुशिल, भारत की समुद्री ताकत का एक नया प्रतीक है। यह स्टेल्थ फ्रिगेट न केवल अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करता है, बल्कि स्वदेशी निर्माण का भी अद्भुत उदाहरण है। INS तुशिल को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि यह दुश्मन के रडार की नजर से बच सके और गुपचुप अपने मिशन को अंजाम दे सके।
INS तुशिल अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस है। इसका ऑनबोर्ड हथियार प्रणाली और रडार आधुनिक युद्ध की हर चुनौती का सामना करने में सक्षम है। इसकी स्टेल्थ तकनीक इसे अदृश्य बना देती है, जिससे यह दुश्मन के इलाके में बिना पहचान के प्रवेश कर सकता है।
इस फ्रिगेट की एक और खासियत है इसकी लंबी दूरी तक निगरानी और आक्रमण करने की क्षमता। यह समुद्री गश्त के साथ-साथ रणनीतिक मिशन को अंजाम देने के लिए भी तैयार है। INS तुशिल भारतीय नौसेना की आत्मनिर्भरता और आधुनिकता का प्रतीक है, जो आने वाले समय में भारत की समुद्री ताकत को और मजबूत करेगा।