📍नई दिल्ली | 4 months ago
INNOYODHA 2024: भारतीय सेना ने 5 दिसंबर 2024 को आधुनिक तकनीक और इनोवेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ‘इनॉयोधा 2024’ (INNOYODHA 2024) के वार्षिक इनोवेशन कार्यक्रम के दौरान ‘एक्सप्लोडर – रूम इंटरवेंशन और आईईडी डिस्पोजल आरओवी’ को लॉन्च और सेना में शामिल किया। यह इनोवेशन मेजर राजप्रसाद आरएस, 7 इंजीनियर रेजिमेंट, कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स, द्वारा विकसित किया गया है।
INNOYODHA 2024: क्या है ‘एक्सप्लोडर’?
‘एक्सप्लोडर’ एक रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल (ROV) है, जिसे सभी प्रकार के इलाकों में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कई प्रकार के सैन्य अभियानों में उपयोगी है:
- बिना मानव हस्तक्षेप के निगरानी और जासूसी: दुर्गम क्षेत्रों में दुश्मन की गतिविधियों का पता लगाने के लिए।
- आईईडी को निष्क्रिय करना: बम और अन्य विस्फोटक उपकरणों को सुरक्षित तरीके से हटाना।
- आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करना: छिपे हुए दुश्मनों पर हमला करने के लिए।
- आपदा प्रबंधन: प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत कार्यों में मदद करना।
तकनीकी क्षमताएं
‘एक्सप्लोडर’ में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह न केवल आतंकवाद विरोधी अभियानों में बल्कि पारंपरिक युद्ध अभियानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह वाहन ‘कामिकेज’ मोड में भी काम कर सकता है, जहां इसे सीधे दुश्मन के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
सेना में शामिल होने की प्रक्रिया
‘एक्सप्लोडर’ को सेना में शामिल करने से पहले कई फील्ड परीक्षण किए गए। इस इनोवेशन को फील्ड आर्मी ने व्यापक रूप से परखा और सेना डिजाइन ब्यूरो (Army Design Bureau) ने इसकी आवश्यकताओं को पूरा करते हुए इसे आगे बढ़ाया। इस इनोवेशन का टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (ToT) अगस्त 2024 में सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजासुब्रमण्यम की मौजूदगी में प्रोडक्शन के लिए निजी कंपनियों को सौंपा गया।
IIT दिल्ली के FITT फाउंडेशन ने इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसका उद्देश्य जल्द से जल्द ‘एक्सप्लोडर’ का उत्पादन कर फील्ड आर्मी में इसका उपयोग शुरू करना है।
मेजर राजप्रसाद का योगदान
‘एक्सप्लोडर’ का इनोवेशन मेजर राजप्रसाद आरएस ने किया है। सेना प्रमुख ने उनकी मेहनत और कड़ी लगन की सराहना की। इससे पहले भी, मेजर राजप्रसाद द्वारा विकसित ‘विद्युत रक्षक’ (IoT सक्षम जनरेटर मॉनिटरिंग सिस्टम) और ‘अग्निअस्त्र’ (मल्टी-टारगेट पोर्टेबल डिटोनेशन सिस्टम) को भारतीय सेना में शामिल किया गया था।
मेजर राजप्रसाद को 2020 में एयरो इंडिया के दौरान रक्षा मंत्री द्वारा ‘iDEX4Fauji’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, 2023 में एनएसजी के महानिदेशक द्वारा उन्हें ‘एनएसजी काउंटर आईईडी इनोवेटर अवार्ड’ दिया गया।
‘एक्सप्लोडर’ को शामिल करना भारतीय सेना के लिए केवल एक नई तकनीक को अपनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सेना के आधुनिकीकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। ‘Year of Tech Absorption’ के तहत यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
आतंकवाद और आपदा प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव
‘एक्सप्लोडर’ का इस्तेमाल न केवल आतंकवाद विरोधी अभियानों में बल्कि आपदा प्रबंधन और मानवीय सहायता में भी किया जाएगा। यह उपकरण सेना को बेहतर रणनीतिक और तकनीकी बढ़त प्रदान करेगा।
भारतीय सेना इस तरह के इनोवेशनों के माध्यम से अपनी ताकत और क्षमता में लगातार वृद्धि कर रही है। सेना डिज़ाइन ब्यूरो ने मेजर राजप्रसाद जैसे सेवा इनोवेटर्स के माध्यम से नवाचारों को बढ़ावा देने का सफल प्रयास किया है।
‘एक्सप्लोडर’ का सेना में शामिल होना न केवल आतंकवाद और युद्ध अभियानों में मदद करेगा, बल्कि यह भारतीय सेना को एक आधुनिक, तकनीकी रूप से उन्नत और परिवर्तनकारी बल के रूप में भी स्थापित करेगा