📍नई दिल्ली | 5 months ago
Narcotics Seizure By Indian Navy: भारतीय नौसेना और श्रीलंकाई नौसेना ने संयुक्त अभियान में अरब सागर में मादक पदार्थों की तस्करी को नाकाम कर दिया। इस कार्रवाई में लगभग 500 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ जब्त किया गया।
तस्करी की सूचना और तत्पर कार्रवाई
श्रीलंकाई नौसेना ने जानकारी दी थी कि श्रीलंकाई झंडे वाले मछली पकड़ने वाले जहाजों से मादक पदार्थों की तस्करी की संभावना है। इस सूचना पर भारतीय नौसेना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक समन्वित अभियान शुरू किया।
भारतीय नौसेना के लॉन्ग रेंज मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट और रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट के जरिए व्यापक निगरानी की गई। जानकारी का आदान-प्रदान गुरुग्राम स्थित इंफॉर्मेशन फ्यूजन सेंटर (इंडियन ओशन रीजन) से हुआ, जिससे क्षेत्र में गतिविधियों पर नज़र रखी जा सकी।
लगातार मिल रही खुफिया जानकारी और भारतीय नौसेना के हवाई उपकरणों की मदद से दो संदिग्ध नावों की पहचान की गई। 24 और 25 नवंबर को नौसेना के जहाज और हवाई संपत्तियों की संयुक्त कार्रवाई में इन नावों को रोका गया। नौसेना की बोर्डिंग टीम ने तलाशी ली और 500 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ बरामद किया।
इस अभियान को और मजबूत करने के लिए एक अतिरिक्त भारतीय नौसेना जहाज को भी तैनात किया गया।
श्रीलंकाई अधिकारियों को सौंपे गए जहाज और तस्कर
जब्त किए गए मादक पदार्थ और नावों के चालक दल को कानूनी कार्रवाई के लिए श्रीलंकाई अधिकारियों को सौंपा गया है। इस सफलता ने दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग और क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को और मजबूत किया है।
क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा में भारत-श्रीलंका सहयोग
इस संयुक्त अभियान ने भारतीय और श्रीलंकाई नौसेनाओं के बीच मजबूत साझेदारी को एक बार फिर से उजागर किया है। यह दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग का प्रमाण है।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने कहा, “यह ऑपरेशन न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि यह मादक पदार्थों की तस्करी जैसी समस्याओं से निपटने के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।”
श्रीलंकाई नौसेना के अधिकारी ने भी भारतीय नौसेना के त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना की।
भारतीय महासागर क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में कदम
मादक पदार्थों की तस्करी जैसे अपराध क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती हैं। इस तरह के संयुक्त अभियानों से न केवल तस्करों पर कड़ी कार्रवाई होती है, बल्कि यह भविष्य में इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश देता है।
भारतीय और श्रीलंकाई नौसेनाओं का यह अभियान दर्शाता है कि दोनों देश समुद्री सुरक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं। ऐसे संयुक्त ऑपरेशन न केवल वर्तमान चुनौतियों का समाधान करते हैं, बल्कि भविष्य में सहयोग की संभावनाओं को भी प्रोत्साहन देते हैं।
यह सफलता क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों के दृढ़ निश्चय और आपसी समझ का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।